Amar Ujala 14May,2011.
डा. सुरेंद्र धीमान
चंडीगढ़।
हरियाणा में अगले सात माह में शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत 20 हजार शिक्षकों की भरती की जाएगी। इस तादाद को देखते हुए कर्मचारी चयन आयोग से भरती का काम वापस लेकर शिक्षक भरती बोर्ड के अधीन किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शिक्षक भरती बोर्ड के गठन को मंजूरी दे दी है।
पिछले छह साल में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग सिर्फ 21 हजार शिक्षक ही भरती कर पाया है। हरियाणा सेकंडरी एजूकेशन विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन ने ‘अमर उजाला’ को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पिछले सप्ताह फैसला किया है कि अब जो टीचर भरती किए जाएंगे, वे शिक्षक भरती बोर्ड के माध्यम से किए जाएंगे। शिक्षक भरती बोर्ड का गठन जल्द कर दिया जाएगा। बोर्ड में चेयरमैन के अलावा कितने सदस्य होंगे, अभी तय होना है। राजन ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में टीचर भरती शेडूल दिया हुआ है। 31 मई तक रिक्रूटमेंट एजेंसी (चयन आयोग या भरती बोर्ड) के पास विभाग की तरफ से रिक्त पदों की संख्या भेजकर चयन करने का आग्रह पत्र भेजना है। अभी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास यह काम है। इसलिए 31 मई से पहले-पहले शिक्षक भरती बोर्ड गठित होने की उम्मीद है। उधर, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सचिव पीडी वर्मा ने बताया कि पिछले छह साल में करीब 21 हजार टीचर भरती किए जा चुके हैं। सुरीना राजन ने बताया कि टीचर भरती के लिए सिर्फ वही आवेदक पात्र होंगे, जो राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (स्टेट) पास होंगे। जिन्होंने स्टेट पहले पास कर रखा है, वे भी पात्र रहेंगे और उनकी पात्रता टेस्ट पास होने से पांच साल तक वैध रहेगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने हरियाणा सरकार को पत्र भेज दिया है। अभी जून या जुलाई में होने वाली पात्रता परीक्षा में जो पास होंगे, वे भी इनके लिए आवेदन कर सकेंगे।
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